स्मरणीय बिन्दु --
- ध्वनि कम्पन करती हुई वस्तु द्वारा उत्पन्न होती है ।
- मानव वाक् -तंतुओं के कम्पन द्वारा ध्वनि उत्पन्न करते हैं ।
- ध्वनि किसी माध्यम ( गैस, द्रव या ठोस ) में संचरित होती है । यह निर्वात् में संचरित नहीं हो सकती
- कर्ण पटह ध्वनि के कंपनों को अनुभव करते हैं । यह इन संकेतों को मस्तिष्क तक भेज देते हैं । इस प्रक्रिया को श्रवण कहते हैं ।
- प्रति सेकंड होने वाले दोलनों या कंपनों की संख्या दोलन की आवृत्ति कहलाती है ।
- आवृत्ति को हर्ट्स ( HE ) में व्यक्त करते हैं ।
- कम्पन का आयाम जितना अधिक होता है, ध्वनि उतनी ही प्रबल होती है ।
पाठगत प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. क्या बिना माध्यम के ध्वनि संचरण संभव नहीं है ?
उत्तर - नहीं, बिना माध्यम के ध्वनि संचरण संभव नहीं है ।
प्रश्न 2. ध्वनि कैसे उत्पन्न होती है ?
उत्तर - ध्वनि किसी कम्पन के कारण उत्पन्न होती है ।
सारणी 13.1 : वाद्य यंत्र और उनके कम्पायमान भाग
क्र.सं. वाद्य यंत्र ध्वनि उत्पन्न करने वाला कंपमान भाग
1 . वीणा तानित डोरी / तार
2 . तबला. तानित झिल्ली
3 . एकतारा. तानित डोरी
4 . घटम् ( घड़ा ) पूरा घड़ा
5 . मंजीरा दोनों धातु की सतहें
6 . सितार. तार
7 . ड्रम / ढोल तानित झिल्ली
प्रश्न 3. जब हम बोलते हैं, तो क्या हमारे शरीर का कोई भाग कम्पित होता है ?
उत्तर - जब हम बोलते हैं तो हमारे शरीर में कंठ कम्पित होता है । मानव में ध्वनि वाक् यंत्र या कण्ठ ( Farynx ) द्वारा उत्पन्न होती है ।
प्रश्न 4. निर्वात में ध्वनि संचरण हो सकती है क्या ?
उत्तर - निर्वात ( रिक्त स्थान ) में ध्वनि संचरण संभव नहीं है ।
प्रश्न 5. क्या ध्वनि ठोसों में भी गमन कर सकती है ?
उत्तर - हाँ, ध्वनि किसी भी ठोस में गमन कर सकती है ।
प्रश्न 6. मानव कर्ण का चित्र बनाइए ।
उत्तर -
प्रश्न 7. दोलन गति किसे कहते हैं ?
उत्तर - किसी वस्तु का बार - बार इधर - उधर गति करना दोलन कहलाता है । इसकी गति दोलन गति कहलाती है।
प्रश्न 8. ध्वनि के दो घटक कौन - से हैं , जिनसे हम ध्वनियों में अन्तर कर सकते हैं ?
उत्तर - ध्वनि के दो घटक हैं- ( 1 ) आयाम ( 2 ) आवृत्ति।
प्रश्न 9. ध्वनि प्रदूषण किसे कहते हैं ? इसके स्रोत कौन - से हैं ?
उत्तर - वातावरण में अत्यधिक या अवांछित ध्वनियों को ध्वनि प्रदूषण कहते हैं । इसके स्रोत है वाहन, पटाखे, लाउड स्पीकर, टेलीविजन, रेडियो आदि ।
प्रश्न 10. ध्वनि प्रदूषण को रोकने के उपाय कौन - से हैं ?
उत्तर - ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए अनावश्यक हॉर्न ना बजाएँ । लाउड स्पीकर का उपयोग सीमित समय के लिए करें । टी.वी. / रेडियो की आवाज कम रखें तथा घरों के आसपास पेड़ - पौधे लगाएँ ।
अभ्यास
प्रश्न 1. सही उत्तर चुनिए
( अ ) ध्वनि संचरित हो सकती है
( क ) केवल वायु या गैसों में
( ख ) केवल ठोसों में
( ग ) केवल द्रवों में
( घ ) ठोसों , द्रवों तथा गैसों में ।
उत्तर - ( घ ) ठोसों , द्रवों तथा गैसों में ।
प्रश्न 2. निम्न में से किस वाक् ध्वनि की आवृत्ति न्यूनतम होने की संभावना है
( क) छोटी लड़की की ( ख) छोटे लड़के की
( ग ) पुरुष की ( घ ) महिला की
उत्तर - ( ग ) पुरुष की ।
प्रश्न 3. निम्नलिखित कथनों में सही कथन के सामने ' T ' तथा गलत कथन के सामने ' F ' पर निशान लगाइए
( क ) ध्वनि निर्वात में संचरित नहीं हो सकती । ( T )
( ख ) किसी कंपित वस्तु के प्रति सेकंड होने वाले दोलनों की संख्या को इसका आवर्तकाल कहते हैं । ( F )
( ग ) यदि कंपन का आयाम अधिक है तो ध्वनि मंद होती है । ( F )
( घ ) मानव कानों के लिए श्रव्यता का परास 20 हर्ट्ज़ से 20,000 हर्ट्स है । ( T )
( ङ ) कंपन की आवृत्ति जितनी कम होगी तारत्व उतना ही अधिक होगा । ( F )
( च ) अवांछित या अप्रिय ध्वनि को संगीत कहते हैं । ( F )
( छ ) ध्वनि प्रदूषण आंशिक श्रवण अशक्तता उत्पन्न कर सकता है । ( T )
उत्तर- ( क ) T , ( ख ) F , ( ग ) F , ( घ ) T , ( ङ ) F , ( च ) F , ( छ ) T
प्रश्न 4. उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
( क ) किसी वस्तु द्वारा एक दोलन को पूरा करने में लिए गए समय को समयकाल कहते हैं ।
( ख ) प्रबलता कम्पन के आयाम से निर्धारित की जाती है ।
( ग ) आवृत्ति का मात्रक हर्ट्ज ( Hz ) है ।
( घ ) अवांछित ध्वनि की शोर कहते हैं ।
( ङ ) ध्वनि की तीक्ष्णता कंपनों की आवृत्ति से निर्धारित होती है ।
प्रश्न 5. एक दोलक 4 सेकंड में 40 बार दोलन करता है इसका आवर्तकाल तथा आवृत्ति ज्ञात कीजिए ।
हल. आवृत्ति= दोलनों की संख्या
समय
= 40/ 4
आवृति = 10 हर्ट्स
आवर्त काल = 1 /10 सेकण्ड
=0.1 सेकण्ड -उत्तर
प्रश्न 6. एक मच्छर अपने पंखों को 500 कम्पन प्रति सेकंड की औसत दर से कंपित करके ध्वनि उत्पन्न करता है । कम्पन का आवर्तकाल कितना है ?
उत्तर- आवर्तकाल =1/500
500 ) 1000 ( 0.002 =. 0.002 सेकंड
1000
XXX
प्रश्न 7. निम्न वाद्ययंत्रों में उस भाग को पहचानिए जो ध्वनि उत्पन्न करने के लिए कम्पित होता है
( क ) ढोलक , ( ख ) सितार , ( ग ) बाँसुरी ।
उत्तर -
( क ) ढोलक - इसमें तानित झिल्ली कम्पित होती है ।
( ख ) सितार - इसमें तानित तार या डोरी कम्पित होती है ।
( ग ) बाँसुरी - नली के अन्दर हवा कम्पन उत्पन्न करती है।
प्रश्न 8. शोर तथा संगीत में क्या अन्तर है ? क्या कभी संगीत शोर बन सकता है ?
उत्तर- ( 1 ) ऐसी ध्वनि जो कानों को मोहक लगती है , संगीत कहलाती है , जैसे वाद्य यंत्रों की ध्वनि ।
( 2 ) अप्रिय ध्वनि जो कानों को अप्रिय या अरुचिकर लगती है, शोर कहलाती है, जैसे - ट्रक, बस के हार्न की आवाज, विद्युत जनरेटर की आवाज ।
हाँ, कभी - कभी संगीत भी शोर बन जाता है, जब यह उच्च आवाज में बजाया जाता है ।
प्रश्न 9. अपने वातावरण में ध्वनि प्रदूषण के स्रोतों की सूची बनाइए ।
उत्तर - ध्वनि प्रदूषण के कुछ स्रोत निम्न है
( 1 ) ऊँची आवाज में चलने वाले टी.वी. , रेडियो
( 2 ) लाउड स्पीकर और पटाखे
( 3 ) बस, कार और ट्रकों के हार्न
( 4 ) घरेलू उपकरण मिक्सर, कूलर की आवाज ।
प्रश्न 10. वर्णन कीजिए कि ध्वनि प्रदूषण मानव के लिए किस प्रकार से हानिकारक है ?
उत्तर - ध्वनि प्रदूषण से स्वास्थ्य सम्बन्धी कई समस्याएँ उत्पन्न होती है, जिनमें प्रमुख है ।
( 1 ) श्रवण क्षमता खत्म होना या बहरापन,
( 2 ) अनिद्रा की समस्या,
( 3 ) उच्च रक्त चाप,
( 4 ) सरदर्द,
( 5 ) मानसिक तनाव ।
प्रश्न 11. आपके माता - पिता एक मकान खरीदना चाहते हैं । उन्हें एक मकान सड़क के किनारे पर तथा दूसरा सड़क से तीन गली छोड़ कर देने का प्रस्ताव किया गया है । आप अपने माता - पिता को कौन - सा मकान खरीदने का सुझाव देंगे ? अपने उत्तर की व्याख्या कीजिए ।
उत्तर - सड़क किनारे वाले मकान में शोर अधिक सुनाई देगा, क्योंकि सड़क पर लगातार वाहनों के आने - जाने से ध्वनि उत्पन्न होगी, जबकि तीसरी गलियों तक ध्वनि या शोर की प्रबलता कम हो जाएगी । इसलिए यह उचित है कि गली वाला मकान खरीद लिया जाए ।
प्रश्न 12. मानव वाक्यंत्र ( कर्ण ) का चित्र बनाइए तथा इसके कार्य की अपने शब्दों में व्याख्या कीजिए ।
उत्तर - मानव वाक्यंत्र ( कर्ण ) के कार्य- मानव वाक्यंत्र आवाज उत्पन्न करने में काम आता है ।
प्रश्न 13. आकाश में तड़ित तथा मेघगर्जन की घटना एक समय पर तथा हमसे समान दूरी पर घटित होती है । हमें तड़ित पहले दिखाई देती है तथा मेघगर्जन बाद में सुनाई देता है । क्या आप इसकी व्याख्या कर सकते हैं ?
उत्तर - आकाश में चमकने वाली तड़ित की चमक हमको पहले दिखाई देती है, जबकि मेघगर्जन देर से सुनाई देती है, क्योंकि आवाज को हम तक पहुँचने में समय लगता है । अर्थात् प्रकाश की गति ध्वनि की गति से तेज होती है।