स्मरणीय बिन्दु ---
कुछ द्रव विद्युत के सुचालक हैं तथा कुछ कुचालक है । + विद्युत चालन करने वाले
अधिकांश द्रव अम्लों , क्षारकों तथा लवणों के विलयन होते हैं
।
किसी चालक द्रव में विद्युत धारा प्रवाहित होने पर रासायनिक अभिक्रियाएँ होती
हैं । इसे विद्युत धारा का रासायनिक प्रभाव कहते है ।
विद्युत धारा द्वारा किसी पदार्थ पर वांछित धातु की परत निक्षेपित करने की
प्रक्रिया को विद्युतलेपन कहते है।
पाठगत प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. किसी परिपथ में विद्युत धारा दुर्बल कब होती है ?
उत्तर - कोई पदार्थ विद्युत का
चालन कर सकता है, परन्तु वह धातु की भाँति सरलता से विद्युत का चालन ना कर पाता हो, जिसके कारण
विद्युत का परिपथ तो पूरा हो जाता है, लेकिन विद्युत उपकरण संचालित नहीं हो पाता । इसे दुर्बल
धारा कहते हैं ।
प्रश्न 2. विद्युतलेपन की प्रक्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर - विद्युत द्वारा किसी
पदार्थ पर किसी वांछित धातु की परत चढ़ाने की प्रक्रिया को विद्युतलेपन कहते हैं ।
यह विद्युतधारा के रासायनिक प्रभाव का एक सर्वाधिक सामान्य उपयोग है ।
प्रश्न सारणी 14.1 सुचालक / हीन चालक द्रव
उत्तर पदार्थ चुबम्कीय सुई विक्षेप दर्शाती है हाँ /
नहीं सुचालक / हीन चालक
1 . नींबू का रस हाँ अच्छा चालक
2 . सिरका हाँ अच्छा चालक
3 . टोंटी का पानी हाँ अच्छा चालक
4 . वनस्पति तेल नहीं. कुचालक
5 . दूध नहीं कुचालक
6 . शहद नहीं कुचालक
अभ्यास
प्रश्न 1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए ।
( अ ) विद्युत चालन करने वाले अधिकांश द्रव अम्ल, क्षार तथा लवण के विलयन होते हैं ।
( ब ) किसी विलयन से विद्युत धारा प्रवाहित होने पर रासायनिक प्रभाव उत्पन्न होता है ।
( स ) यदि कॉपर सल्फेट विलयन से विद्युत धारा प्रवाहित की जाए तो कॉपर बैटरी
के ऋण टर्मिनल से संयोजित प्लेट पर
निक्षेपित होता है ।
( द ) विद्युत धारा द्वारा किसी पदार्थ पर वांछित धातु की परत निक्षेपित करने
की प्रक्रिया को विद्युत लेपन कहते हैं
।
प्रश्न 2. जब किसी संपरीक्षित्र के स्वतंत्र सिरों को किसी विलयन में डुबोते हैं तो
चुम्बकीय सुई विक्षेपित होती है । क्या आप ऐसा होने के कारण की व्याख्या कर सकते
हैं ?
उत्तर - चुम्बकीय सुई
विक्षेपित होना यह बताता है कि परिपथ पूरा हो गया अर्थात् जिस विलयन में दोनों सिरे डूबे हुए हैं, वह विद्युत का चालक है ।
प्रश्न 4. चित्र में दर्शाई गई व्यवस्था में बल्ब नहीं जलता । क्या आप सम्भावित कारणों
की सूची बना सकते हैं ? अपने उत्तर की व्याख्या कीजिए ।
उत्तर - उक्त व्यवस्था में
बल्ब ना जलने के संभावित कारण निम्न है
( 1
) प्रयोग में ली विद्युत धारा को
प्रवाहित नहीं होने देता है ।
( 2
) द्रव में विद्युत धारा तो प्रभावित हो
रही है, परन्तु वह दुर्बल धारा
है ।
( 3
) तारों का संयोजन शिथिल हो गया हो ।
( 4
) बल्ब फ्यूज हो गया हो ।
प्रश्न 5. दो द्रवों A तथा B के विद्युत चालन की जाँच करने के लिए एक संपरीक्षित्र का प्रयोग किया गया । यह
देखा गया कि संपरीक्षित्र का बल्ब द्रव A के
लिए चमकीला दीप्त हुआ जबकि द्रव B के लिए अत्यन्त धीमा दीप्त
हुआ । आप निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि :
( i ) द्रव A , द्रव B से अच्छा चालक है ।
( ii ) द्रव B , द्रव A से अच्छा चालक है ।
( iii ) दोनों द्रवों की चालकता समान है ।
( iv ) द्रवों की चालकता के गुणों की तुलना इस प्रकार नहीं की जा सकती ।
उत्तर- ( i ) द्रव A , द्रव B से अच्छा चालक है ।
प्रश्न 6. क्या शुद्ध जल विद्युत का चालन करता है ? यदि
नहीं ,
तो इसे चालक बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं ?
उत्तर - शुद्ध जल विद्युत का
चालन नहीं कर सकता है । इसे चालक बनाने के लिए हम लवण मिलाकर शुद्ध जल को विद्युत
चालक बना सकते हैं ।
प्रश्न 7. आग लगने के समय, फायरमैन पानी के हौज ( पाइपों ) का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य
विद्युत आपूर्ति को बन्द कर देते हैं । व्याख्या कीजिए कि वे ऐसा क्यों करते हैं ?
उत्तर - आग लगने के समय
फायरमैन पानी के हौज ( पाइपों ) का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य
विद्युत आपूर्ति को बन्द कर देते हैं, क्योंकि पानी विद्युत का सुचालक होता है तथा विद्युत परिपथ
को पूरा कर सकता है, जिससे करण्ट फैल सकता है ।
प्रश्न 8. तटीय क्षेत्र में रहने वाला एक बालक अपने संपरीक्षित्र से पीने के पानी तथा
समुद्र के पानी का परीक्षण करता है । वह देखता है कि समुद्र के पानी के लिए
चुम्बकीय सुई अधिक विक्षेप दर्शाती है । क्या आप इसके कारण की व्याख्या कर सकते
हैं ?
उत्तर - चूँकि समुद्र के पानी
में लवण की मात्रा होती है, इसलिए समुद्र के पानी के लिए चुम्बकीय सुई अधिक विक्षेप दर्शाती है, जबकि पीने के पानी में लवण की मात्रा कम होती है । लवण मिला
पानी विद्युत का अच्छा चालक होता है, इसलिए ऐसा होता है ।
प्रश्न 9. क्या तेज वर्षा के समय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लाइन के विद्युत तारों
की मरम्मत करना सुरक्षित होता है ? व्याख्या
कीजिए ।
उत्तर - तेज वर्षा के समय किसी
लाइनमैन द्वारा बाहरी मुख्य लाइन की मरम्मत करना पूर्ण रूप से असुरक्षित है । यह
खतरनाक भी हो सकता है, क्योंकि पानी विद्युत का सुचालक है और तेज वर्षा में गीले होने पर जल की
उपस्थिति के कारण विद्युत परिपथ पूरा हो जाएगा और करण्ट लगने का खतरा बढ़ जाएगा ।
प्रश्न 10. पहेली ने सुना था कि वर्षा
का जल उतना ही शुद्ध है जितना कि आसुत जल । इसलिए उसने एक स्वच्छ काँच के बर्तन
में कुछ वर्षा का जल एकत्रित करके संपरीक्षित्र से उसका परीक्षण किया । उसे यह
देखकर आश्चर्य हुआ कि चुम्बकीय सुई विक्षेप दर्शाती है । इसका क्या कारण हो सकता
है ?
उत्तर - वर्षा का जल आसुत जल
के समान ही शुद्ध होता है , परन्तु वर्षा के जल में नमक की मात्रा होती है, इसलिए वर्षा के जल में प्रयोग करने पर चुम्बकीय सुई विक्षेप
दर्शाती है ।
प्रश्न 11. अपने आस - पास उपलब्ध विद्युत लेपित वस्तुओं की सूची बनाइए ।
उत्तर - विद्युत लेपित वस्तुओं
की सूची निम्न हैं-
( 1 ) कार , बस , ट्रकों , मोटर साइकिल के चमकीले
भाग ।
( 2 ) सोने की
पॉलिश किए जेवरात - आभूषण ।
( 3 ) निर्माण
कार्य में प्रयुक्त लोहे पर जिंक की परत ।
( 4 ) भोजन के
बर्तनों पर चमक ।
प्रश्न 12. जो प्रक्रिया आपने क्रियाकलाप 14.7 में देखी वह कॉपर के शोधन में उपयोग होती है । एक पतली शुद्ध कॉपर छड़ एवं एक
अशुद्ध कॉपर की छड़ इलेक्ट्रोड के रूप में उपयोग की जाती है । कौन - सा इलेक्ट्रोड
बैटरी के धन टर्मिनल से संयोजित किया जाए । कारण भी लिखिए ।
उत्तर - उपरोक्त प्रयोग में
शुद्ध कॉपर की छड़ को धन आवेश से संयोजित किया जाता है, क्योंकि ऋण आवेश को अशुद्ध कॉपर की छड़ से जोड़ते हैं जिससे
विद्युत लेपन ऋण आवेश पर लगी छड़ पर होता है ।