स्मरणीय बिन्दु ---
- कुछ वस्तुओं को अन्य वस्तुओं से रगड़कर आवेशित किया जा सकता है ।
- आवेश दो प्रकार के होते हैं - धनावेश तथा ऋणावेश ।
- सजातीय आवेश एक - दूसरे को प्रतिकर्षित तथा विजातीय आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते हैं ।
- जब आवेश गति करते हैं , तो विद्युत धारा बनती है ।
पाठगत प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. तड़ित किसे कहते हैं ?
उत्तर - बादलों में आवेश के
एकत्रित होने से तड़ित पैदा होती है । यह एक विशाल स्तर की विद्युत चिंगारी है ।
प्रश्न 2. आवेश के प्रकार समझाइए ।
उत्तर - आवेश दो प्रकार के
होते हैं - (1) धनावेश (2) ऋणावेश । सजातीय आवेश एक - दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं, जबकि विजातीय आवेश एक - दूसरे को आकर्षित करते हैं ।
प्रश्न सारणी 15.1
रगड़ी गई वस्तु पदार्थ जिससे रगड़ा जाए कागज के टुकड़ों
को आकर्षित करती है / नहीं करती है आवेशित
/ आवेशित नहीं
रिफिल पॉलिथीन , ऊनी वस्त्र आकर्षित करती है ।
आवेशित
गुब्बारा पॉलिथीन , ऊनी वस्त्र , शुष्क बाल आकर्षित
करती है । आवेशित
रबर स्टील का चम्मच ऊन
पॉलिथीन , ऊनी वस्त्र
आकर्षित करती है
। नहीं करती है । आवेशित आवेशित नहीं
प्रश्न 3. भूसम्पर्कण (अर्थिंग) किसे कहते हैं ? इसका उपयोग क्या है ?
उत्तर - किसी आवेशित वस्तु से
आवेश को पृथ्वी में भेजने की प्रक्रिया को भूसम्पर्कण कहते हैं । विद्युत धारा के
किसी भी कारण से लीक होने से उत्पन्न विद्युत आघात से हमें बचाने के लिए भवनों में
भूसम्पर्कण (अर्थिंग) किया जाता है ।
प्रश्न 4. विद्युत विसर्जन किसे कहते हैं ?
उत्तर - जब बादलों में ऋणात्मक
तथा धनात्मक आवेश मिलते हैं और प्रकाश की चमकीली धारियाँ तथा ध्वनि उत्पन्न होती
है । इसे हम तड़ित के रूप में देखते हैं । इस प्रक्रिया को विद्युत विसर्जन कहते
हैं ।
प्रश्न 5. तड़ित चालक किसे कहते हैं ?
उत्तर - तड़ित चालक एक ऐसी
युक्ति है , जिसका उपयोग भवनों को
तड़ित के प्रभाव से बचाने के लिए किया जाता है । यह धातु की छड़ होती है जिसका एक
भाग छत के ऊपर वायु में खुला रखा जाता है , जबकि दूसरा भाग को जमीन में गहराई तक दबा देते हैं ।
प्रश्न 6. भूकम्प क्यों होता
है ?
उत्तर - भूकम्प पृथ्वी की
भूपर्पटी की भीतर गहराई में गड़बड़ के कारण उत्पन्न होता है ।
प्रश्न 7. भारत के अति भूकम्प आशंकित क्षेत्र कौन - कौन से हैं ?
उत्तर - भारत में कश्मीर, पश्चिमी तथा केंद्रीय हिमालय, समस्त उत्तर - पूर्व कच्छ का रन, राजस्थान तथा सिंधु - गंगा के मैदान भूकम्पी क्षेत्र हैं ।
प्रश्न 8. भूकम्प की शक्ति को किस प्रकार मापा जाता है ?
उत्तर- किसी भूकम्प की शक्ति के परिमाण को रिएक्टर पैमाने
पर व्यक्त किया जाता है । अधिक विनाशकारी भूकम्प का रिएक्टर पैमाने पर परिमाण 7 से अधिक होता है ।
प्रश्न 9. अति भूकम्पी क्षेत्रों में किस प्रकार का भवन निर्माण
करना चाहिए । उत्तर - अत्यधिक भूकम्पी क्षेत्रों में भवन निर्माण में भारी
पदार्थों की अपेक्षा मिट्टी अथवा इमारती लकड़ी का उपयोग अधिक अच्छा होता है , ताकि यदि ढाँचा गिरे तो अत्यधिक क्षति ना हो ।
अभ्यास
प्रश्न 1 तथा 2 में सही विकल्प का चयन कीजिए
प्रश्न 1. निम्नलिखित में से किसे घर्षण द्वारा आसानी से आवेशित
नहीं किया जा सकता ?
( क ) प्लास्टिक का पैमाना
( ख ) ताँबे की छड़
( ग ) फूला हुआ
गुब्बारा
( घ ) ऊनी वस्त्र ।
उत्तर - ( ख ) ताँबे की छड़ ।
प्रश्न 2. जब काँच की छड़ को रेशम के कपड़े से रगड़ते हैं , तो छड़
( क ) तथा कपड़ा दोनों धनावेश अर्जित
कर लेते हैं
( ख ) धनावेशित हो
जाती है तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाता है ।
( ग ) तथा कपड़ा दोनों ऋणावेश अर्जित
कर लेते हैं ।
( घ ) ऋणावेशित हो
जाती है तथा कपड़ा धनावेशित हो जाता है ।
उत्तर - ( ख ) धनावेशित हो
जाती है तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाता है ।
प्रश्न 3. निम्नलिखित कथनों के
सामने सही के सामने ' T '
तथा गलत के सामने ' F ' लिखिए
( क ) सजातीय आवेश एक - दूसरे को
आकर्षित करते हैं । (गलत)
( ख ) आवेशित काँच की छड़ आवेशित
प्लास्टिक स्ट्रा को आकर्षित करती है । (सही)
( ग ) तड़ित चालक किसी भवन की तड़ित
से सुरक्षा नहीं कर सकता । (गलत)
( घ ) भूकम्प की भविष्यवाणी की जा
सकती है । (गलत)
प्रश्न 4. सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चट - चट की ध्वनि
सुनाई देती है । व्याख्या कीजिए ।
उत्तर - सर्दियों में स्वेटर
उतारते समय चट - चट की ध्वनि इसलिए सुनाई देती है, क्योंकि स्वेटर शरीर के साथ घर्षण करने पर आवेशित हो जाती
है । यह आवेश एक दूसरे को आकर्षित करते हैं जिससे चट - चट की ध्वनि होती है । यह
प्रक्रिया बादलों से तड़ित में भी होती है ।
प्रश्न 5. जब हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं, तो वह अपना आवेश खो देती है, व्याख्या कीजिए ।
उत्तर- जब हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं तो वह
अपना आवेश खो देती है, क्योंकि हमारा शरीर विद्युत का सुचालक होता है । स्पर्श करने पर यह विद्युत
आवेश शरीर से होकर पृथ्वी में चला जाता है और वस्तु अनावेशित हो जाती है ।
प्रश्न 6. उस पैमाने का नाम लिखिए जिस पर भूकम्पों की विनाशी
ऊर्जा मापी जाती है । इस पैमाने पर किसी भूकम्प की माप 3 है । क्या इसे भूकम्पलेखी (
सीसमोग्राफी ) से रिकॉर्ड किया जा सकेगा ? क्या इससे अधिक हानि होगी ।
उत्तर - भूकम्प मापने का
पैमाना रिएक्टर स्केल होता है । सीसमोग्राफी 1 से 3 तक का भूकम्प रिकॉर्ड कर सकता है । 3 से अधिक रिएक्टर का भूकम्प नुकसानदायक होता है । 5 से अधिक रिएक्टर का भूकम्प मानव और सम्पत्ति के लिए
नुकसानदायक होता है ।
प्रश्न 7. तड़ित से अपनी सुरक्षा के तीन उपाय समझाइए ।
उत्तर - ( 1 )
यदि कार में हो तो वाहन की खिड़की - दरवाजे बंद कर लें ।
( 2
) बाहर खुले में हो तो ऊँचे स्थान पर ना
जाएँ पेड़ के नीचे, छाते के नीचे ना जाएँ । जमीन पर सिमट कर बैठ जाएँ ।
( 3
) घर के अन्दर हो तो टेलीफोन के तार, विद्युत तार, धातु के पाइपों को ना छएँ । मोबाइल का उपयोग ना करें।
प्रश्न 8. आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित
करता है, जबकि अनावेशित
गुब्बारा आवेशित गुब्बारे द्वारा आकर्षित किया जाता है । व्याख्या कीजिए ।
उत्तर - आवेशित गुब्बारा दूसरे
आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित करता है, क्योंकि समान आवेश आपस में प्रतिकर्षित होते हैं, जबकि अनावेशित गुब्बारा आवेशित गुब्बारे को आकर्षित करता है, क्योंकि असमान आवेश आकर्षित होते हैं ।
प्रश्न 9. चित्र की सहायता से किसी ऐसे उपकरण का वर्णन कीजिए, जिसका उपयोग किसी आवेशित वस्तु की
पहचान में होता है ।
उत्तर
प्रश्न 10. भारत के उन तीन राज्यों ( प्रदेशों ) की सूची बनाइए
जहाँ भूकम्पों के झटके अधिक संभावित हैं ।
उत्तर- अधिक भूकम्प वाले तीन राज्य निम्न हैं -
( 1 ) जम्मू - कश्मीर ( 2 ) गुजरात ( कच्छ ) ( 3 ) राजस्थान।
प्रश्न 11. मान लीजिए आप घर से बाहर हैं तथा भूकम्प के झटके लगते
हैं । आप अपने बचाव के लिए क्या सावधानियाँ बरतेंगे ?
उत्तर - घर से बाहर भूकम्प से
बचने के लिए कुछ उपाय निम्नलिखित हैं
( 1
) भवनों , वृक्षों से दूर रहें ।
( 2
) खुले स्थान को खोजें और धरती पर लेट
जाएँगे ।
( 3 ) यदि कार बस में हो तो बाहर ना निकलें ।
प्रश्न 12. मौसम विभाग यह
भविष्यवाणी करता है कि किसी निश्चित दिन तड़ित झंझा की संभावना है और मान लीजिए उस
दिन आपको बाहर जाना है । क्या आप छतरी लेकर जाएँगे ? व्याख्या कीजिए ।
उत्तर - तड़ित झंझा की संभावना
वाले दिन घर से बाहर जाने पर छतरी लेकर जाना खतरनाक हो सकता है , क्योंकि छतरी में धातु की रॉड ( छड़ ) होती है जो तड़ित को
आकर्षित करती है । यह हमारे तक उस तड़ित को पहुँचा सकती है जो हानिकारक हो सकता है
।