प्रश्न – 1 खुरपी, दरौंती, बेलचा, हल का उपयोग कहाँ और कैसे
करते है ?
उत्तर – इन औजारों का उपयोग कृषि तथा बागवानी मे मिट्टी की खुदाई, फसल कटाई और फसल उपजाने मे होता है ।
________________________________________
प्रश्न – 2 हम अपने देश के कितने अधिक
लोगों को भोजन किस प्रकार उपलब्ध करा सकते है ?
उत्तर - हम अपने देश के इतने अधिक लोगों को भोजन कृषि से अधिक खाद्यान उत्पन्न करके उपलब्ध
करा सकते है ।
________________________________________
प्रश्न – 3 धान को शीत ऋतु मे क्यो नहीं
उगाया जा सकता है ?
उत्तर - धान को बहुत अधिक पानी की आवश्यकता होती है । शीत ऋतु मे अधिक पानी नही
होता है । अत: उसे वर्षा के अलावा अन्य किसी ऋतु मे उगाना संभव नही है ।
________________________________________
प्रश्न – 4 कुछ बीज पानी के ऊपर क्यों
तैरने लगते हैं ?
उत्तर – कुछ बीज पानी के ऊपर तैरने लगते है. क्योंकि वे क्षतिग्रस्त तथा खोखले होते
है । इस कारण हल्के होते है ।
________________________________________
प्रश्न – 5 पौधशाला में पौधे छोटी –
छोटी थैलियों में क्यों रखे गए हैं ?
उत्तर – कुछ पौधों को बीजों के द्वारा थैली मे पौधा घर ( नर्सरी ) उगाया जाता है, फिर कुछ बड़े होने पर उन्हें जमीन पर गढ्डे मे रोपा
जाता है ।
________________________________________
प्रश्न- 6 कुछ पौधे अन्य पौधों की
तुलना में ज्यादा अच्छी तरह से क्यों उगते है ?
उत्तर – पौधो को उर्वरक या खाद तथा पानी, हवा असमान रुप
से मिलने के कारण उनकी वृध्दि असमान होती है ।
________________________________________
प्रश्न- 7 कुछ पौधे मुख्य फसल के साथ
क्यों उगे होते है ?
उत्तर – मुख्य फसल के साथ उगे अन्य पौधे खरपतवार कहे जाते है । ये अवांछित होते है ।
इन्हें हटाना आवश्यक होता है ।
________________________________________
प्रश्न – 8 क्या खरपतवारनाशी का
प्रभाव इसको छिड़कने वाले व्यक्ति पर भी पड़ता है ?
उत्तर – हाँ, खरपतवारनाशी मे हानिकारक रसायन मिले होते है, अत: इन्हें छिड़कते समय इसे छिड़कने वाले को मुहँ वा नाक
को कपड़े से ढँक लेना चाहिये । ये छिड़कने वाले के स्वास्थ पर घातक असर डालते है ।
________________________________________
प्रश्न – 9 अनाज को लोहे के ड्रम में
सुरक्षित रखने के लिए उसमें नीम की सुखी पत्तियाँ मिलाकर रखी जाती है, क्यों ?
उत्तर - अनाज को लोहे के ड्रम में सुरक्षित रखने के लिए उसमें नीम की सुखी पत्तियाँ मिलाकर
रखी जाती है, क्योंकि अनाज को पीड़कों एवं सुक्ष्म जीवों से सुरक्षित
रखना अति आवश्यक होता है । नीम की पत्तियाँ अनाज को सुक्ष्मजीव तथा पीड़कों से
बचाती है ।
________________________________________
प्रश्न – 10 क्रियाकलाप 1.3 अपनी
अभ्यास पुस्तिका मे निम्न तालिका बना का उसे पूरा कीजिए ।
उत्तर –
क्र. सं.
|
खाद्य पदार्थ
|
स्त्रोत
|
1.
|
दुध
|
गाय, भैंसे, बकरी, ऊँटनी
|
2.
3.
|
माँस/तेल
अंडे
|
मछली, बकरा, भेड़, बकरी
मुर्गी, बतख ।
|
________________________________________
अभ्यास
प्रश्न – 1 उचित शब्द छाटँकर रिक्त
स्थानों की पुर्ति कीजिये –
तैरने, जल, फसल, पोषक, तैयारी
(क) एक स्थान पर एक ही प्रकार के बड़ी
मात्रा मे उगाए गए पौधों को _____ कहते है ।
(ख) फसल उगाने से पहले प्रथम चरण
मिट्टी की _____ होती है ।
(ग) क्षतिग्रस्त बीज जल की सतह पर _____ लगेंगे
।
(घ) फसल उगाने के लिये पर्याप्त सुर्य
का प्रकाश एवं मिट्टी से _____ तथा _____ आवश्यक है ।
उत्तर -
(क) एक
स्थान पर एक ही प्रकार के बड़ी मात्रा मे उगाए गए पौधों को फसल कहते है ।
(ख) फसल उगाने
से पहले प्रथम चरण मिट्टी की तैयारी होती है ।
(ग) क्षतिग्रस्त
बीज जल की सतह पर तैरने लगेंगे ।
(घ) फसल उगाने
के लिये पर्याप्त सुर्य का प्रकाश एवं मिट्टी से जल तथा पोषक आवश्यक है ।
________________________________________
प्रश्न- 2 ‘कॉलम अ’ मे दिये गये शब्दो का मिलान ‘कॉलम ब’ से कीजिये ।
कॉलम अ’
|
कॉलम ब’
|
|
(1)
खरीफ फसल
|
(1)
धान एवं मक्का
|
|
(2)
रबी फसल
|
(2)
गेहूँ, चना, मटर
|
|
(3)
रासायनिक उर्वरक
|
(3)
युरिया एवं सुपर फॉस्फेट
|
|
(4)
कार्बनिक खाद
|
(4)
पशु अपशिष्ट, गोबर, मुत्र, एवं पादप
अवशेष
|
उत्तर –
कॉलम अ’
|
कॉलम ब’
|
|
(1) खरीफ फसल
|
(1) धान एवं मक्का
|
|
(2) रबी फसल
|
(2) गेहूँ, चना, मटर
|
|
(3) रासायनिक उर्वरक
|
(3) युरिया एवं सुपर फॉस्फेट
|
|
(4) कार्बनिक खाद
|
(4) पशु अपशिष्ट, गोबर, मुत्र,
एवं पादप अवशेष
|
________________________________________
प्रश्न – 3 निम्न के दो – दो उदाहरण
दीजिए –
(क) खरीफ फसल (ख) रबी फसल
उत्तर – (क) खरीफ फसल – धान, मक्का, सोयाबीन ।
(ख) रबी फसल – गेहुँ, चना, मटर ।
________________________________________
प्रश्न – 4 निम्न पर अपने शब्दों में
एक – एक पैराग्राफ लिखिये –
(क) मिट्टी तैयार करना
(ख) बुआई
(ग) निराई
(घ) थ्रेशिंग
(घ) थ्रेशिंग
उत्तर - (क) मिट्टी तैयार करना – बुआई के पहले खेतों की जुताई करके
मिट्टी तैयार की जाती है । इसमें समतलीय तथा हेरोइंग जैसे कार्य शामिल होते है ।
हेरोइंग से मिट्टी भुरभुरी हो जारी हो जाती है । यह फसल का प्रथम चरण होता है । इस
पूरी प्रक्रिया मे जमीन पोली हो जाती है तथा अधिक उर्वर हो जाती है ।
(ख) बुआई – खेत की तैयारी तथा बीजों के चयन के बाद मिट्टी मे
बीजों को डालना बुआई कहलाता है । इसकी दो विधियाँ है –
(1) सीधे खेत में बोना,
(2) नर्सरी से पौधारोपण द्वारा ।
बुआई में दुफन तथा सीड ड्रिल यंत्रो का उपयोग किया जाता
है । यंत्रो के उपयोग किया जाता है । यंत्रो के उपयोग से बुआई में समय और श्रम की
बचत होती है ।
(ग) निराई – खेत में कई अवांछित पौधे फसल के साथ – साथ उग जाते है
। इन अवांछित पौधों (खरपतवार) को हटाना निराई कहलाता है । निराई आवश्यक है । इसमें
जल तथा पोषक तत्वों का सही उपयोग हो पाता है । इसे निंदाई भी कहते है ।
(घ) थ्रेशिंग – पकी फसल को काटे जाने के बाद इसमें से बीजों/दानों को
भुसे सए अलग करना होता है, इसे थ्रेशिंग कहते है । यह कार्य थ्रेशर मशीन द्वारा किया जाता है ।
________________________________________
प्रश्न - 5 स्पष्ट कीजिए कि उर्वरक खाद से किस प्रकार भिन्न
है ?
उत्तर - सामान्यतया उर्वरक तथा दोनों मुख्य रूप से
मिट्टी को पोषक तत्व देने का कार्य करती है | इन्हें मिट्टी से मिलाकर प्रयोग किया जाता है उर्वरक मुख्य रूप से रासायनिक
पदार्थ होते हैं जबकि खाद एवं कार्बनिक पदार्थ है जो पौधों या जंतु के अपशिष्ट से
प्राप्त होती है औरत का उत्पादन फैक्टरी में किया जाता है| जबकि खाद खेतों
में तैयार की जाती है | मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने के लिए खाद का उपयोग लाभदायक है | उर्वरक मानव
निर्मित लवण है | इसमें नाइट्रोजन फास्फोरस तथा पोटेशियम की प्रचुरता होती है | खाद प्राकृतिक
पदार्थ है |
________________________________________
प्रश्न - 6 सिंचाई किसे कहते हैं?
जल संरक्षित करने
वाले सिंचाई की दो विधियों का वर्णन कीजिए ।
उत्तर - अच्छी फसल उत्पादन या अच्छी
पैदावार के लिए फसलों को कृत्रिम रूप से पानी देना सिंचाई कहलाता है पौधे की
वृद्धि एवं परिवर्द्धन के लिए जल का विशेष महत्व है पौधे की जड़ों द्वारा जल का
अवशोषण होता है निश्चित अंतराल पर खेत में जल देना सिंचाई कहलाता है सिंचाई के कई
स्त्रोत है जैसे – कुआं, नलकूप, तालाब, नदियां आदि जल संरक्षित करने वाली
सिंचाई की दो विधियां निम्न है –
(1) छिड़काव यंत्र - जहां पर जल कम मात्रा में
उपलब्ध होता है वहां यह विधि कारगर है इसमें पाइपों के हिस्सों (सिरो) में घूमने
वाले नोजल होते हैं जो घूम कर पानी का छिड़काव चारों और समान मात्रा में करते हैं |
(2) ड्रिप यंत्र - इस विधि में जल बूंद - बूंद करके
पौधों की जड़ों में गिरता है ।
इसे ड्रिप यंत्र कहते हैं । इस विधि में पतले पाइप का जाल बिछा होता है । जिससे
पौधे की जड़ों के पास लगातार पानी की बूंद टपकती रहती है इसमें जल का अपव्यय नहीं
होता है ।
________________________________________
प्रश्न - 7 यदि गेहूँ को खरीफ ऋतु में उगाए जाए तो क्या
होगा ? चर्चा कीजिए ।
उत्तर - यदि गेहूं को खरीफ ऋतु
में उगाया जाए तो गेहूं के दानों का पूर्ण विकास नहीं हो पाएगा, क्योंकि गेहूं के दानों को पकने में
ठंडे मौसम की आवश्यकता होती है तथा पकने के बाद सूखने के लिए तेज धूप की आवश्यकता
होती है जो खरीफ ऋतु में संभव नहीं है साथ ही खरीफ ऋतु
में खेतों में पानी भरा रहता है क्योंकि गेहूँ की फसल के लिए नुकसानदायक है ।
________________________________________
प्रश्न – 8 खेत में लगातार फसल उगाने से मिट्टी पर क्या
प्रभाव पड़ता है ?
व्याख्या कीजिए ।
उत्तर - फसलों के लगातार उगाने से
मिट्टी की उपजाऊ क्षमता कम हो जाती है, जिससे फसल उत्पादन कम होने लगता है । मिट्टी
से खनिज तत्व मिलने पर ही फसल में आवश्यक वृध्दि होती है ।
________________________________________
प्रश्न - 9 खरपतवार क्या है ? हम उनका नियंत्रण
कैसे कर सकते हैं ?
उत्तर - खेत में कई अवांछित पौधे प्राकृतिक
रूप से फसल के साथ उग जाते हैं, जो कि मुख्य फसल के साथ भोजन, पानी व स्थान का बंटवारा करके फसल को
प्रभावित करते हैं इन अवांछित पौधों को खरपतवार कहते हैं । हम इस पर निराई या निदाई
से नियंत्रण कर सकते हैं, साथ ही खरपतवार नाशक छिड़काव करके भी
उस पर नियंत्रण कर सकते हैं । खरपतवार नाशक को पानी में आवश्यकतानुसार मिलाकर
स्प्रेअर (फुहारा) की सहायता से खेत में छिड़काव करते हैं ।
________________________________________
प्रश्न - 10
निम्न बॉक्स को सही क्रम में इस प्रकार लगाइए कि गन्ने की फसल उगाने का रेखाचित्र
तैयार हो जाए ?
प्रश्न 11 नीचे
दिए गए संकेतों की सहायता से पहले का को पूरा कीजिए –
ऊपर से नीचे की
ओर
(1) सिंचाई का एक पारंपरिक तरीका,
(2) बड़े पैमाने पर पालतू पशुओं की उचित
देखभाल करना,
(3) फसल जिन्हें वर्षा ऋतु में बोया जाता
है |
(6) फसल पक जाने के बाद काटना
बाई से दाई और
(1) शीत ऋतु में उगाई जाने वाली फसलें
(4) एक ही किस्म के पौधे जो बड़े पैमाने
पर उगाए जाते हैं
(5) रासायनिक पदार्थ जो पौधे को पोषक
प्रदान करते हैं
(7) खरपतवार हटाने की प्रक्रिया
1
र
|
बी
|
2 प
|
||
ह
|
3
ख
|
शु
|
||
ट
|
री
|
पा
|
||
4
फ
|
स
|
ल
|
||
न
|
||||
5
उ
|
र्व
|
र
|
6
क
|
|
टा
|
||||
7 नि
|
रा
|
ई
|
________________________________________