महत्वपूर्ण बिन्दु ---
- पौधों और जन्तुओं के निश्चित भाग होते हैं , जो आकार , आकृति और क्रियाओं में भिन्न होते हैं ।
- पौधे के निश्चित भाग हैं , जो कि निश्चित कार्य ही करते हैं ।
- पौधों के मुख्य तन्त्र दो होते हैं- जड़ तन्त्र तथा प्ररोह तन्त्र ।
- आलू , अदरक तथा प्याज के पौधों के तने भूमि के नीचे उगते हैं और ये भोजन संग्रह का कार्य करते हैं ।
- पत्ती पौधों का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है , क्योंकि इनमें क्लोरोफिल ( पर्णहरित ) पाया जाता है , जो सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में भोजन निर्माण का कार्य करता है ।
- फूल पौधों के जनन अंग है । पुंकेसर फूल का नर भाग तथा स्त्रीकेसर मादा
- जड़ दो प्रकार की होती हैं- (1) मूसला जड़ (2) रेशेदार जड़ ।
- प्ररोह तन्त्र में तना , शाखा , पत्ती , फूल , फल एवं बीज होते हैं ।
- जड़ का कार्य अवशोषण , संग्रहण तथा सहारा देना है ।
- तने का कार्य सहारा देना , संग्रहण एवं प्रकाश संश्लेषण का है ।
- पत्ती का कार्य प्रकाश संश्लेषण , वाष्पोत्सर्जन एवं श्वसन का है ।
- फूल के चार भाग होते हैं- बाह्यदल पुंज , दलपुंज , पुंकेसर और स्त्रीकेसर ।
अभ्यास
प्रश्न 1. निम्न कथनों को ठीक करके लिखिए :
(क) तना मिट्टी से जल एवं खनिज अवशोषित करता है।
उत्तर - जड़ें मिट्टी से जल एवं खनिज अवशोषित करती हैं।
(ख) पत्तियाँ पौधे को सीधा खड़ा रखती हैं ।
उत्तर - तना पौधे को सीधा खड़ा रखता है ।
(ग) जड़ें जल को पत्तियों तक पहुँचाती हैं ।
उत्तर - तना जल को पत्तियों तक पहुँचाता है ।
(घ) पुष्प में बाह्यदल एवं पंखुड़ियों की संख्या सदा समान होती है ।
उत्तर - पुष्प में बाह्यदल एवं पंखुड़ियों की संख्या सदा समान नहीं हो सकती है ।
(ङ) यदि किसी पुष्प के बाहादल परस्पर जुड़े हों तो उसकी पंखुड़ियाँ भी आपस में जुड़ी होंगी ।
उत्तर - यदि किसी पुष्प के बाहादल परस्पर जुड़े हों तो उसकी पंखुड़ियाँ पृथक् होंगी , परस्पर जुड़ी नहीं होगी
(च) यदि किसी पुष्प की पंखुड़ियाँ परस्पर जुड़ी हों तो स्त्रीकेसर पंखुड़ियों से जुड़ा होगा ।
उत्तर - यदि किसी पुष्प की पंखुड़ियाँ परस्पर जुड़ी हों तो स्त्रीकेसर आवश्यक रूप से पंखुड़ियों से जुड़ा नहीं होगा।
प्रश्न 2. निम्न के चित्र बनाइए : (क) पत्ती (ख) मूसला जड़ (ग) एक पुष्प जिसका आपने पाठ्यपुस्तक में पेज नं . 61 पर दी सारणी 7.3 में अध्ययन किया हो ।
उत्तर -
प्रश्न 3. क्या आप अपने घर के आसपास ऐसे पौधे को जानते हैं , जिसका तना लम्बा परन्तु दुर्बल हो ? उसका नाम लिखिए । आप उसे किस वर्ग में रखेंगे ?
उत्तर - हाँ , लौकी का पौधा । उसे सहारे की जरूरत होती है । वह विसपी लता है ।
प्रश्न 4. पौधे में तने का क्या कार्य है ?
उत्तर - तने के कार्यः (1) पौधे को सहारा देना ।
(
2 ) जड़ों से पत्तियों तक जल और खनिज का संवहन।
( 3 ) भोजन को पत्तियों से पौधे के अन्य अंग तक संवहित करना ।
प्रश्न 5. निम्न में किन पत्तियों में जालिका रूपी शिरा - विन्यास पाया जाता है ? गेहूँ , तुलसी , मक्का , घास , धनिया , गुड़हल ।
उत्तर - तुलसी , धनिया , गुड़हल की पत्तियों में जालिका रूपी शिरा विन्यास पाया जाता है ।
प्रश्न 6. यदि किसी पौधे की जड़ रेशेदार हो तो उसकी पत्ती का विन्यास किस प्रकार का होगा ?
उत्तर - यदि किसी पौधे की जड़ रेशेदार हो तो उसकी पत्ती का विन्यास समान्तर शिरा विन्यास होगा ।
प्रश्न 7. यदि किसी पीये की पत्ती में जालिका रूपी शिरा - विन्यास होगा तो उसकी जड़ें किस प्रकार की होंगी ?
उत्तर- यदि किसी पौधे की पत्ती में जालिका रूपी शिरा विन्यास होगा तो उसकी जड़ें मूसला जड़ होगी ।
प्रश्न 8. क्या आप पत्तियों को देखे बिना उनकी पहचान कर सकते हैं ? कैसे ?
उत्तर - हां , पत्ती की छाप लेकर । पत्ती के ऊपर एक पन्ना रखिए । पेन्सिल को तिरछा पकड़िए तथा उसकी नोक से कागज के उस भाग को जिसके नीचे पत्ती है , धीरे - धीरे रगड़िए । आपको कुछ रेखाओं के साथ छाप दिखाई देगी होगी ।
प्रश्न 9. किसी पुष्प के विभिन्न भागों के नाम लिखिए ।
उत्तर- बाहादल , पंखुड़ियाँ , वर्तिकान , परागकोश , वर्तिका , पुंकेसर , स्त्रीकेस ।
प्रश्न 10. निम्न में से किन पौधों के फूल आपने देखे हैं ? घास , मक्का , गेहूँ , मिर्च , टमाटर , तुलसी , पीपल , शीशम , बरगद , आम , जामुन , अमरूद , अनार , पपीता , केला , नींबू , गन्ना , आलू , मूंगफली ।
उत्तर- मैंने ये सभी पौधे देखे हैं । इनमें से फूलों वाले पौधे हैं :
मिर्च जामुन टमाटर अमरूद तुलसी अनार आम पपीता नींबू केला
प्रश्न 11. पौधों के उस भाग का नाम लिखिए , जो अपना भोजन बनाता है । इस प्रक्रम को क्या कहते हैं ?
उत्तर - पत्तियाँ भोजन बनाती हैं । इस प्रक्रम को प्रकाश - संश्लेषण कहते है ।
प्रश्न 12. पुष्प के किस भाग में अण्डाशय मिलता है ?
उत्तर - यह स्त्रीकेसर का सबसे निचला और उभरा हुआ भाग होता है ।
प्रश्न 13. ऐसे दो पुष्यों के नाम लिखिए , जिनमें से प्रत्येक में संयुक्त और अलग - अलग पंखुड़ियाँ हों ।
उत्तर- संयुक्त पंखुड़ियाँ : गुलाब , कमला
अलग पंखुड़ियाँ : गुडहल , सरसों ।
अतिरिक्त महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. स्त्रीकेसर क्या है ?
उत्तर - फूल के सबसे भीतरी भाग को स्त्रीकेसर कहते हैं।
प्रश्न 2. बीजाण्ड क्या होते हैं ?
उत्तर - अण्डाशय में छोटी - छोटी गोल संरचनाओं को बीजाण्ड कहते हैं ।
प्रश्न 3. क्या सभी फूलों में बाह्यदल , पंखुड़ियाँ , पुंकेसर और स्त्रीकेसर पाए जाते हैं ?
उत्तर - हाँ
प्रश्न 4. क्या कुछ ऐसे फूल हैं , जिनमें इनमें से कोई चीज नहीं पाई जाती है ।
उत्तर - नहीं ।
प्रश्न 5. क्या कुछ ऐसे फूल हैं , जिनमें इनके अतिरिक्त भी कुछ और अंग होते हैं ?
उत्तर - हाँ ।
प्रश्न 6. क्या आप कोई ऐसा फूल जानते हैं , जिसमें बादलों की संख्या पंखुड़ियों से भिन्न होती है ?
उत्तर- हाँ , गुलाब में
प्रश्न 7. पर्णवृन्त है ?
उत्तर - पत्ते का वह भाग जिससे यह तने से जुड़ा होता है।
प्रश्न 8. फलक किसे कहते हैं ?
उत्तर - पत्ती के चपटे हरे भाग को फलक कहते हैं ।
प्रश्न 9. मध्य शिरा क्या है ?
उत्तर - पत्ती के मध्य में स्थित मोटी शिरा को मध्य शिरा कहते हैं ।
प्रश्न 10. पौधों को किस आधार पर वर्गीकृत किया जाता है ? उनका नाम लिखिए ।
उत्तर - पौधों को उनके तने और शाखाओं के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है ।
प्रश्न 11. शाक क्या है ?
उत्तर- हरे और कोमल तने वाले पौधों को शाक कहते है। ये साधारणतया छोटे होते हैं और इनकी अधिक शाखाएँ भी नहीं होती है ।
प्रश्न 12. तने के क्या कार्य हैं ?
उत्तर- तने के कार्य- (1) जल का संवहन । (2) पौधे को सहारा देना ।
प्रश्न 13. " तना जल का संवहन करता है । " एक क्रियाकलाप की सहायता से वर्णन कीजिए ।
उत्तर - इस क्रियाकलाप के लिए हमें एक गिलास , जल , लाल स्याही , एक शाकीय पौधा तथा एक ब्लेड की जरूरत होगी ।
गिलास को एक तिहाई जल से भरें । जल में लाल स्याही की कुछ बूंदें डाल दें । शाक के तने को आधार से काटकर गिलास में रखें , अगले दिन इन शाखाओं का अवलोकन कीजिए । जब तने को मोटाई से काटा जाता है तो अन्दर से यह लाल रंग का दिखाई देता है ।
इस क्रियाकलाप में हमने देखा कि जल तने में ऊपर की ओर चढ़ता है अर्थात् तना जल का संवहन करता है । लाल स्याही की भाँति जल में विलीन खनिज , जल के साथ तने में ऊपर पहुँच जाते हैं ।
जल तथा खनिज तने की पतली नलिकाओं द्वारा पत्तियों तथा पौधे के अन्य भागों तक पहुँचते हैं ।
प्रश्न 14. पौधों के विभिन्न भागों के नाम नीचे दिए गए हैं इनके आगे इन भागों के प्रमुख कार्य लिखिए
(1) रन्न या स्टोमेटा (2) जड़ (3) दलपुंज (पंखुड़ियाँ) (4) पुंकेसर (5) स्त्रीकेसर (6) बीज । उत्तर- (1) रन्ध्र या स्टोमेटा- पौधों में वाष्पोत्सर्जन एवं श्वसन क्रिया में मदद करना ।
(2) जड़- पौधों की वृद्धि के लिए खनिज - लवण एवं जल का अवशोषण
(3) दलपुंज ( पंखुड़ियाँ ) - रंग एवं गन्ध की सहायता से परागण करने वाले जीवों को आकर्षित करना ।
(4) पुंकेसर- परागकणों का निर्माण करना ।
(5) स्त्रीकेसर - अण्डाशय से फल एवं बीजों का निर्माण करना ।
(6) बीज- अंकुरण द्वारा नए पौधे का निर्माण करना ।
प्रश्न 15. पत्तियों के क्या - क्या कार्य हैं ?
उत्तर - पत्तियों के निम्न कार्य हैं
(1) पत्तियों में उपस्थित हरित लवक की सहायता से प्रकाश संश्लेषण की क्रिया सम्पन्न होती है ।
(2) पत्तियों की सतह पर स्थित छोटे - छोटे रन्ध्रों की सहायता से पौधों में वाष्पोत्सर्जन एवं श्वसन क्रिया होती है ।
(3) पत्तियाँ भोजन संग्रह का कार्य भी करती है ।
(4) वाष्पोत्सर्जन द्वारा पत्तियाँ पौधे के ताप नियंत्रण का कार्य भी करती है ।
प्रश्न 16. पत्ती की रचना चित्र बनाकर समझाइए ।
उत्तर - तने पर लगने वाली हरे रंग की रचना पत्ती होती है , जो निम्न भागों में विभाजित होती है
(1) पर्णाधार- पत्ती का तने से जुड़ा हुआ भाग ।
(2) पर्णवृन्त- पर्णाधार से निकली लम्बी रचना ।
(3) पर्णफलक- पत्ती का बड़ा फैला भाग ।
प्रश्न 17. पुष्प के मुख्य भाग कितने हैं ? वर्णन कीजिए ।
उत्तर - पुष्ण के मुख्य अंग –
1. वृन्त- पुष्प के डण्ठल को वृन्त कहते हैं । इसका ऊपरी भाग चौड़ा होता है । इसे पुष्पासन कहते हैं ।
2. बाह्य दल- यह हरे रंग का होता है । यह पुष्प का सबसे बाहरों चक्र होता है ।
3. दल- इन्हें पंखुड़ियाँ कहते हैं । यह रंगीन तथा सुगन्धित होती है । इनकी संख्या पुष्पों में अलग - अलग होती हैं । हैं ।
4. पुंकेसर- फूल के बीच में जो फूला हुआ भाग होता है , उसे पुंकेसर कहते हैं । यह पुष्प का पुल्लिंग भाग इसमें परागकण होते हैं ।